योगी की जनसभा-विधायक प्रदीप बत्रा के भीड़ सम्बंधी दावे की निकली हवा,सैनी समाज को लेकर भाजपा के रणनीतिकारों को करना होगा मंथन,अब मायावती की रैली पर रहेगी नजर

इरफान अहमद

रुड़की उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं भाजपा के फायर ब्रांड नेता योगी आदित्यनाथ की आज शहर के नेहरू स्टेडियम में भाजपा लोकसभा प्रत्याशी डा.रमेश पोखरियाल निशंक के समर्थन में आयोजित चुनावी जनसभा को भीड़ के लिहाज से देखा जाए तो रुड़की विधायक प्रदीप बत्रा के भीड़ सम्बंधी दावे की हवा निकली नजर आयी। यूं योगी आदित्यनाथ के विशाल राजनीतिक कद को देखते हुए आज हुई जनसभा में उपस्थित लोगों की कम संख्या के दृष्टिगत भीड़ की जिम्मेदारी केवल प्रदीप बत्रा की नही बनती,देहात क्षेत्र के हर विधायक और जिम्मेदार वरिष्ठ पदाधिकारियों पर इसका बोझ भार बनता था। वैसे इस दृष्टि से ही देखें तो रैली में जुटी लोगों की संख्या जो 4 हजार के लगभग अनुमानित की गई है,वो बहुत ही कम मानी जायेगी।
अब प्रदीप बत्रा के दृष्टिगत बात की जाए तो उनके दावे की हवा रैली में जुटी भीड़ को देखते हुए पूरे तौर पर निकली नजर आयी।दरअसल बुधवार को मीडिया के कुछ लोगों ने इस रैली की बाबत प्रदीप बत्रा से बातचीत की थी। इसमें उन्होंने दावा किया था कि नेहरू स्टेडियम में 50 हजार लोग आ सकते हैं। उनका दावा था कि इस रैली के बाद आज तक नेहरू स्टेडियम में जितनी भी रैली हुई हैं या आगे होंगी,वह सभी इसके बाद गिनी जाएंगी। (इस सम्बंधी वीडियो रुड़की हब के पास मौजूद है)। रैली में लोगों की संख्या के दृष्टिगत विधायक प्रदीप बत्रा के इस दावे की हवा निकली कही जा सकती है। वैसे प्रदीप बत्रा रैलियों वाली भीड़ के नेता अभी तक बन भी नही पाएं हैं,ऐसे में उन्होंने क्या सोचकर यह दावा किया था? यह वही उचित जानें। किन्तु इतना तय है कि यदि उन्होंने अपने बूते ही यह दावा किया था उन्हें गम्भीरता के साथ रैलियों वाली भीड़ का नेता बनने के प्रयास करने चाहिए।
खैर लोकसभा चुनाव की दृष्टि से रैली की बात की जाए तो भाजपा के रणनीतिकारों को इस बात पर जरूर गौर करना चाहिए कि रैली में उसके परम्परागत मतदाता समझे जाने वाले सैनी समाज के लोगों की संख्या बहुत कम रही। बिरादरी के आम लोग बहुत ही कम संख्या में जनसभा में थे,हां पार्टी से जुड़े पदाधिकारी उपस्थित होने थे और वह उपस्थित थे भी। पार्टी के लिए यह मंथन का विषय हो सकता है कि योगी जैसे फायर ब्रांड हिंदु चेहरा वाले नेता की जनसभा में सैनी बिरादरी की संख्या बहुत कम रही। यह हालत पार्टी के लिए चिंताजनक कही जा सकती है,क्योंकि बसपा से सैनी बिरादरी के डा.अंतरिक्ष सैनी चुनाव मैदान में हैं। सैनियों के द्रष्टिगत भाजपा के रणनीतिकारों को अब रुड़की में होने वाली मायावती की रैली पर नजर रखनी होगी,क्योंकि इसमें यदि सैनी बिरादरी के लोगों की उपस्थिति ज्यादा हुई तो यह भाजपा के लिए बड़ी चिंता का विषय बन सकता है।

प्रदीप बत्रा के जरिये यह हुआ अच्छा काम

रुड़की विधायक प्रदीप बत्रा के जरिये जनसभा में आज एक अच्छा काम यह हुआ कि उन्होंने रुड़की में मार्ग जाम का मामला उठाया तो सीएम योगी ने सिंचाई विभाग उत्तर प्रदेश के अधीन गंगनहर की हिस्से की नहर पटरी चौड़ीकरण कर मार्ग के रूप में बनवाने का वायदा किया,जैसा यूपी में किया गया है। हालांकि इस मांग को प्रदीप बत्रा उत्तराखंड से भी पूरी कर सकते थे,इसमें शासन को विभाग से केवल अनापत्ति लेकर काम कराना होता है। जैसा खुद प्रदीप बत्रा ने रुड़की शहर के भीतर नहर की पटरियों पर कराया भी है और एक बार पूर्व पालिका चैयरमैन दिनेश कौशिक भी करा चुके हैं। खैर जो भी हो यह घोषणा अच्छी हुई है और अब जनता को इसके पूरे होने का इंतजार रहेगा।

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