राज्य सरकार के खिलाफ कांग्रेसियों ने किया प्रदर्शन-पंचायती राज बिल में संसोधन का है विरोध

रुड़की रिपोटर इरफान अहमदः
सह संपादक अमित मंगोलिया

रूड़की पंचायती राज बिल में संसोधन के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। और राज्य सरकार का पुतला फूंककर उसे तानाशाह सरकार बताया।
रूड़की में चंद्रशेखर चौक पर आयोजित प्रदर्शन के दौरान महानगर अध्यक्ष कलीम खान ने कहा कि भाजपा की राज्य सरकार पूरी तरह तानाशाही पर उतारू है। और इस कदर तानाशाही पर उतर गई है कि आम आदमी से चुनाव लड़ने का अधिकार तक छीन लेना चाहती है। पूर्व पालिका अध्यक्ष दिनेश कौशिक एवं जिला पंचायत सदस्य विजयपाल ने कहा कि पंचायती राज बिल में संसोधन करके राज्य सरकार ने जनता की आवाज उठाने वाले कई लोगों से चुनाव लड़ने का अधिकार छिना है। इसका हर स्तर पर विरोध किया जाएगा। प्रदर्शन करने वालो में प्रदेश प्रवक्ता श्रीगोपाल नारसन, एनएसयूआई जिलाध्यक्ष सचिन चौधरी, पूर्व जिलापंचायत अध्यक्ष बरखा रानी, हेमेंद्र चौधरी, अशोक चौहान, श्रवण गोस्वामी, विशाल शर्मा, सलीम खान, सालिम, उम्मेद गाजी, दिनेश पहलवान, अतीक अहमद, इरशाद पहलवान आदि लोग मौजूद रहे।

क्या है बिल में जानिए..
प्रदेश में दो से ज्यादा बच्चे पैदा करने वाले पंचायत चुनाव नहीं लड़ सकेंगे। राज्य सरकार ने इसके लिए पंचायतीराज (संशोधन) अधिनियम 2019 को विधानसभा से पारित करा लिया है।अब एक्ट राज्यपाल के पास एक्ट जाएगा और फिर प्रदेश में लागू होगा। इस तरह आगामी चुनाव में यह बदलाव लागू होने का रास्ता साफ हो गया है। जिस दिन एक्ट लागू होगा उस दिन से 2 बच्चे वाले लोग पंचायत चुनाव नही लड़ सकेगा. विधेयक में कहा गया है कि दो बच्चों से अधिक वाले ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत का चुनाव नहीं लड़ सकते हैं। वहीं चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी की शैक्षणिक योग्यता भी निर्धारित हो सकती है। प्रदेश में करीब 50 हजार पंचायत प्रतिनिधि चुनाव से चुने जाते हैं

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