आपदा से चढ़ गई नदी, टूट गए पुल तो उफान के बीच में पेड़ डालकर जोखिम ले कर जा रहे लोग!

उफान के बीच में पेड़ डालकर जोखिम ले कर जा रहे लोग

उत्तराखंड के पहाड़ों से लगातार हैरान करने वाली तस्वीरों के आने का सिलसिला जारी है. रुद्रप्रयाग ज़िले के एक गांव से अब जो तस्वीरें आई हैं, वो पहाड़ के जोखिम भरे जीवन का नमूना तो पेश करती ही हैं, प्रशासन के सुस्त और गैर ज़िम्मेदार रवैये का खुलासा भी करती हैं. यहां के जखोली विकासखंड के घरड़ा मखैत गांव की के इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि कैसे ग्रामीण उफनती हुई नदी को पार करने के लिए एक पेड़ को पुल बनाकर खतरा उठा रहे हैं. इन लोगों का आरोप है कि प्रशासन से कोई मदद उन्हें नहीं मिल रही.

मखैत गांव के आसपास पिछले दिनों भारी बारिश के बाद मुश्किल यह खड़ी हो गई कि यहां नदी पर जो छोटे पुल बने हुए थे, वो उफनती नदी में बह गए. बुधवार को यहां आपदा जैसी स्थिति बनने के बाद ग्रामीणों ने नदी के पार जाने के लिए क पेड़ को काटकर नदी के दो किनारों के बीच डाल दिया है ताकि बच्चे स्कूल जा सकें और महिलाएं व अन्य ग्रामीण भी मंदिर जा सकें. मंदिर इस नदी के दूसरे किनारे पर है और वहां भी करीब आधा दर्जन परिवार रहते हैं.

अब इन तस्वीरों से साफ है कि जान का जोखिम तो लिया ही जा रहा है, लेकिन ज़्यादा चिंताजनक यह है कि प्रशासन से यहां कोई मदद अब तक नहीं पहुंची है. एक ग्रामीण विजय सिंह ने कहा कि प्रशासन के लोग आ रहे हैं और सिर्फ आश्वासन दे रहे हैं, कोई मदद नहीं. सिंह के मुताबिक उनके गांव के पास दो पुल नदी पर थे और दोनों ही टूट गए हैं, जिससे ग्रामीण मुख्य मार्गों से कट गए हैं और भयभीत हैं कि ऐसी स्थिति में किसी मरीज़ को अस्पताल ले जाने की नौबत आई तो क्या होगा!

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