सस्ता गल्ला की दुकानों से होनी है मोटे अनाज की बिक्री, सहकारिता विभाग चंपावत में 22 केंद्रों से करेगा क्रय
राज्य सरकार की मिलेट मिशन योजना के तहत चंपावत व पिथौरागढ़ जिले से एक हजार मीट्रिक टन (एमटी) मडुवा की खरीद की जाएगी। दोनों को 500-500 एमटी खरीद का लक्ष्य मिला है। उत्पादन के मामले में दूसरे स्थान वाले चमोली से सर्वाधिक 3500 एमटी मडुआ क्रय होगा। सर्वाधिक उत्पादन वाले अल्मोड़ा जिले से दो हजार एमटी मडुवा खरीद की जाएगी। खरीद एक अक्टूबर से शुरू होकर 31 जनवरी तक चलेगी।
चंपावत: राज्य सरकार की मिलेट मिशन योजना के तहत चंपावत व पिथौरागढ़ जिले से एक हजार मीट्रिक टन (एमटी) मडुवा की खरीद की जाएगी। दोनों को 500-500 एमटी खरीद का लक्ष्य मिला है। उत्पादन के मामले में दूसरे स्थान वाले चमोली से सर्वाधिक 3500 एमटी मडुआ क्रय होगा। सर्वाधिक उत्पादन वाले अल्मोड़ा जिले से दो हजार एमटी मडुवा (मोटे अनाज) खरीद की जाएगी। खरीद एक अक्टूबर से शुरू होकर 31 जनवरी तक चलेगी।
पिछले साल कृषि व सहकारिता विभाग के जरिए की गई थी खरीद
प्रदेश सरकार ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत सरकारी सस्ता गल्ला की दुकानों पर सस्ती दरों पर मडुवा उपलब्ध कराने की बात कही है। इसके लिए पिछले वर्ष ट्रायल के तौर पर कृषि व सहकारिता विभाग के माध्यम से मडुवे की खरीद की गई थी।
2023-24 के लिए 16500 एमटी मडुवे के खरीद का लक्ष्य
खाद्य विभाग की जरूरत के अनुसार, 2023-24 के लिए 16500 एमटी खरीद का लक्ष्य रखा गया है। बहुउद्देश्यीय सहकारी समिति के माध्यम से खरीद की जाएगी। चंपावत जिले में 22 सहकारी समिति को सूचीबद्ध किया गया है। सरकार ने इस बार मडुवा का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) बढ़ाया है। पिछले वर्ष 35.78 रुपये प्रति किलो में खरीद की गई थी। इस बार 38.46 एमएसपी तय है।
झंगोरा, सोयाबीन की भी होगी खरीद
सहकारिता विभाग मडुवे के साथ झंगोरा, सोयाबीन व चौलाई आदि मोटे अनाज की भी खरीद करेगा। सभी का एमएसपी तय किया गया है। हालांकि मडुवे को छोड़ अन्य अनाज का खरीद लक्ष्य तय नहीं है।
न्यूनतम समर्थन मूल्य (प्रति किलो) मंडुआ 38.46 रुपये झंगोरा 25.00 रुपये सोयाबीन 40.00 रुपये चौलाई 50.00 रुपये
10 पर्वतीय जिलों में होता है मडुवा का उत्पादन
प्रदेश में 1.12 लाख मीट्रिक टन उत्पादन उत्तराखंड के 10 पर्वतीय जिलों में मडुवा उत्पादन होता है। वर्ष 2022-23 में प्रदेश में 1.12 लाख मीट्रिक टन मडुआ का उत्पादन हुआ। अल्मोड़ा में सर्वाधिक 28441 एमटी, चमोली में 15663, पौड़ी में 15651 एमटी उत्पादन होता है। चंपावत में 4303 एमटी, पिथौरागढ़ में 9680 एमटी, बागेश्वर में 7125 मीट्रिक टन मडुवा उत्पादन हुआ है।
एक अक्टूबर से शुरू होगी मडुवे की खरीद
मडुवे का लक्ष्य व नया एमएसपी आ गया है। जल्द ही चौलाई, झंगोरा, सोयाबीन का खरीद लक्ष्य एवं संशोधित एमएसपी आने की संभावना है। एक अक्टूबर से खरीद शुरू होगी। खरीद केंद्रों को इलेक्ट्रानिक कांटा, नमी मापक यंत्र व सिलाई मशीन उपलब्ध कराई जा रही है। – सुभाष चंद्र गहतोड़ी, जिला सहायक निबंधक चंपावत
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