जनता को बरगला रही है भाजपा: भावना पांडे
जनता को बरगला रही है भाजपा: भावना पांडे
नया मंत्रिमंडल से प्रदेश पर बढ़ेगा आर्थिक बोझ
रेखा आर्य को जिम्मदारी का एहसास नहीं, मदन कौशिक को नहीं स्वीकारेगा पहाड़
देहरादून। राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने नये मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को उनके नये मंत्रिमंडल के गठन पर बधाई दी है। उन्होंने कहा कि नये मंत्रिमंडल में कुमाऊं के तीन मंत्रियों को जगह मिली है। उन्होंने कहा कि चार साल बाद ही सही, कुमाऊं को मंत्रिमंडल में उचित प्रतिनिधित्व मिला है, लेकिन उन्होंने इसे जनता को भ्रमित करने का प्रयास बताया है। उन्होंने कहा कि सरकार का कार्यकाल दस माह भी नहीं बचा, ऐसे में नये मंत्रियों को विकास कार्य करने का अवसर ही नहीं मिलेगा। उनके अनुसार भाजपा ने चेहरे बदल कर जनता को बरगलाने का प्रयास किया है।
राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे के मुताबिक कुमाऊं चार साल से उपेक्षित था। तीरथ मंत्रिमंडल में यहां के तीन नेताओं को शामिल किया गया है लेकिन अब महज दस माह का समय बाकी है। इसमें से दो-तीन माह तो विभागों को समझने में ही चले जाएंगे। दो-तीन महीने तक फाइलें ही नहीं खिसकती। बाद में आचार संहिता लग जाएगी। ऐसे में बड़ा सवाल यह हे कि आखिर ये मंत्री कितना काम कर पाएंगे? उन्होंने कहा कि भाजपा ने जो नये मंत्री बनाए हैं, वो जनता पर बोझ बन जाएंगे। जनता की गाढ़े पसीने की कमाई को मंत्रियों को वेतन-भत्ते और अन्य सुविधाओं पर खर्च किया जाएगा। यह दुरुपयोग है।
राज्य आंदोलनकारी भावना पंाडे ने मदन कौशिक को भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाने के सवाल पर कहा कि यह फैसला भाजपा का सफाया करने वाला साबित होगा। मदन कौशिक को पर्वतीय जनता कभी स्वीकार नहीं करेगी। इसका विरोध भी शुरू हो गया है। भाजपा को इसका परिणाम भुगतना होगा।
तेजतर्रार नेत्री और समाजसेविका भावना पांडे ने रेखा आर्य को मंत्रिमंडल में शामिल करने का विरोध किया। उन्होंने कहा कि रेखा आर्य के विभागों में पहले ही घोटाले की जांच चल रही हैं। उनकी जगह ऋतु खंडूड़ी को मंत्रिमंडल में लिया जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि रेखा आर्य एक जिम्मेदार पद पर हैं लेकिन उनका व्यवहार बेहद गैर-जिम्मेदाराना हैॅ। शपथ ग्रहण समारोह में वो जिस अंदाज में पहुंची कि उन्हें मर्यादाओं का आभास नहीं है। परम्परागत परिधान पहनना अच्छी बात है लेकिन मंत्री को पता होना चाहिए कहां कौन सा परिधान पहनना चाहिए। भावना पांडे ने कहा कि एक ओर चमोली आपदा में कई महिलाओं के पति लापता हैं, गैरसैंण में महिलाओं पर लाठीचार्ज हुआ है, बेरोजगारी, कोरोना जैसी बीमारी हैं। भोजनमाताओं, आंगनबाड़ी, आशा वर्करों को वेतन के लाले हैं ओर रेखा आर्य फैशन शो कर रही हैं। यह उत्तराख्ंाड की महिलाओं का अपमान है। उन्होंने कहा कि रेखा आर्य को अपनी जिम्मेदारियों का एहसास होना चाहिए।
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