जुडवा बच्चों की हत्या के बाद सतना की जनता में रोष

इरफान अहमद

सतना मध्य प्रदेश के चित्रकूट में पांच वर्षीय दो जुड़वा भाइयों की हत्या के समाचार के बाद सतना में विरोध प्रदर्शन शुरु हो गया। इसके बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि इस वारदात में विपक्ष के लोग शामिल है। इस पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सरकार की कमी को ढकने के लिए घटना को किसी और दिशा में मोड़ दिया जा रहा है। इससे भ्रम नहीं फैले। अपहरणकर्ताओं की गाडिय़ों पर भाजपा के झंडे लगे होने से राजनीति गरमा गई है। इसी बीच सोमवार को भाजपा ने सतना में बंद का आह्वान किया है। रविवार को इस घटना के विरोध में चित्रकूट में सैकड़ों लोगों ने सद्गुरु सेवा ट्रस्ट में तोडफ़ोड़ की थी और वहां धारा 144 लागू कर दिया गया। सतना में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्वयं के बंद का नेतृत्व करेंगे। आपको बताते जाए कि इससे पूर्व मध्य प्रदेश के सतना जिले से फिरौती के लिए अगवा मासूम जुड़वा भाइयों प्रियांश एवं श्रेयांश रावत) का शव उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में यमुना नदी में बरामद किए । इस अपहरण और हत्याकांड में शामिल छह लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, इसे लेकर सतना में लोगों ने सड़क पर उतर का प्रदर्शन किया। चित्रकूट स्थित सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट द्वारा संचालित सद्गुरु पब्लिक स्कूल से बस से घर लौट रहे जुड़वा भाइयों प्रियांश और श्रेयांश का 12 फरवरी को अपहरण कर लिया गया था। ये दोनों बच्चे तेल कारोबारी ब्रजेश रावत के पुत्र थे। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इन बच्चों के शनिवार की शाम को बांदा जिले के बबेरु से रिहा होने की खबरों ने जोर पकड़ा, लेकिन रविवार की सुबह जो खबर आई उसने सभी को चौंका दिया। इन बच्चों के शव बांदा जिले में यमुना नदी में मिले हैं। इस मामले में जिले के पुलिस अधिकारी ज्यादा कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं। राज्य सरकार की ओर से भी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बदमाशों के कृत्य का शिकार बने बच्चों के परिजनों से रविवार सुबह फोन पर बात कर शोक संवेदना वक्त करते हुए आरोपियों को सजा दिलाने का भरोसा दिलाया है। दोनों अगवा किए गए बच्चों के शवों की जो तस्वीरें आई हैं, वह विचिलित कर देने वाली है। बच्चों के हाथों में लोहे की जंजीर पड़ी है, जो बता रही है कि, बच्चों को बांधकर नदी में फेंका गया

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