सेना भर्ती नियमों में संशोधन पर हिमाचल में बवाल, पीएम के रोड शो से पहले कई जिलों में उग्र प्रदर्शन, देखें तस्वीरें
अग्निपथ योजना के तहत सेना में अग्निवीरों की भर्ती के फैसले का हिमाचल प्रदेश में जोरदार विरोध हो रहा है। गुरुवार को पीएम नरेंद्र मोदी के धर्मशाला में रोड शो से ठीक पहले युवाओं ने कांगड़ा के गगल, हमीरपुर व मंडी जिले में जमकर प्रदर्शन किया। सेना भर्ती नियमों में संशोधन से गुस्साए युवाओं ने सड़कों पर उतरकर अपना विरोध दर्ज किया। कई जगह पुलिस से धक्कामुक्की व नोकझोंक भी हुई। वहीं, हाथ में तिरंगा लेकर मंडी के सेरी मंच पर भी युवाओं ने प्रदर्शन किया। सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने अग्निपथ स्कीम के तहत सेना में अग्निवीरों की भर्ती का फैसला लिया है। सेना ने भर्ती प्रक्रिया में बदलाव किया है। पहले लिखित परीक्षा होगी, उसके बाद ग्राउंड टेस्ट होगा। इससे पहले युवाओं का ग्राउंड टेस्ट होता था। छह महीने प्रशिक्षण के बाद जवानों की सेना में सेवाएं ली जाएंगी। सेना में यह जवान अग्निवीर कहलाए जाएंगे। इनकी चार साल तक सेवाएं ली जाएंगी। इसके बाद और सेवाओं के लिए इन्हें एक और भर्ती प्रक्रिया से गुजरना होगा। साल में कुल 40 से 50 हजार भर्तियों में से 25 फीसदी अग्निवीरों का सेना में नियमित सेवाओं के लिए चयन किया जाएगा। अग्निपथ स्कीम में अग्निवीरों की भर्ती के लिए आयु सीमा साढ़े 17 से 21 साल निर्धारित की गई है।
इसमें 10वीं और 12वीं कक्षा पास युवा और युवतियां भाग ले सकेंगे। आईटीआई और तकनीकी संस्थाओं से प्रशिक्षण प्राप्त युवक भी इसमें भाग ले सकेंगे। प्रथम वर्ष में अग्निवीरों को 4.76 लाख रुपये सालाना मिलेंगे। सेवा के दौरान सालाना बढ़ोतरी होती रहेगी। चौथे वर्ष में सालाना 6.92 लाख रुपये मिलेंगे। इन अग्निवीरों को रिस्क और हार्डसिप, राशन, ड्रेस और यात्रा भत्ता मिलेगा। अग्निवीर जवानों का मासिक वेतन का 30 फीसदी अंशदान व्यक्ति विशेष और समान अंशदान भारत सरकार की ओर से दिया जाएगा। चार वर्ष की सैन्य सेवा की समाप्ति पर 11.71 लाख रुपये का भुगतान किया जाएगा। इसमें आयकर की छूट रहेगी। 48 लाख रुपये का गैर अंशदायी जीवन बीमा का लाभ, अगर अग्निवीर की सेना में सेवाएं देते वक्त 44 लाख रुपये की ग्रेच्युटी और बची हुई सैन्य सेवा काल का वेतन और सेवा निधि भी दी जाएगी।
मंगलवार को अग्निपथ योजना का विरोध करते हुए बड़ी संख्या में युवाओं ने कांगड़ा के गगल में केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान कांगड़ा के डीएसपी सुनील राणा युवाओं को समझाते रहे और प्रदर्शन बंद करने को कहा।
लेकिन प्रदर्शन उग्र होता देख पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। इस दौरान पुलिस व युवाओं में धक्कामुक्की भी हुई। पुलिस ने कुछ युवाओं को हिरासत में लिया है। जिला कांगड़ा में विभिन्न जगह पर प्रदर्शन पर रहे करीब 80 युवकों को दो बसों में शाहपुर थाने लाया गया, जबकि एक बस में युवाओं को कोटला चौकी भेजा गया है।
प्रदर्शन के दौरान युवक को आया चक्कर
वहीं, हमीरपुर में भी अग्निवीर भर्ती का विरोध हुआ है। सेना भर्ती रद्द करने को लेकर हमीरपुर के गांधी चौक पर युवाओं ने जोरदार प्रदर्शन किया। केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। साथ ही सेना में स्थायी भर्ती की मांग उठाई। प्रदर्शन के दौरान एक युवक को चक्कर आ गया। युवक को पुलिस की गाड़ी में मेडिकल कॉलेज हमीरपुर भेजा गया।
सेना भर्ती नियमों में संशोधन पर मंडी जिले के जोगिंद्रनगर में भी युवाओं ने सड़कों पर उतरकर विरोध जताया। गुस्साए युवाओं ने पठानकोट-मंडी हाईवे जाम करने का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस से नोकझोंक भी हुई। बड़ी संख्या में युवा सड़कों पर उतर आए हैं और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं।
कांग्रेस नेता जीवन ठाकुर, सोरव जसवाल, नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष अजय धरवाल भी युवाओं के प्रदर्शन में शामिल हुए। पुलिस थाना चौक पर मंडी-पठानकोट हाईवे को जाम करने का प्रयास किया। हालांकि मौके पर मौजूद पुलिस ने युवाओं को रोका।
इसके बाद अब गुस्साए युवाओं का दल मिनी सचिवालय की ओर बढ़ा। प्रदर्शन को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। थाना प्रभारी प्रीतम जरियाल भी माहौल को शांत करने में लगे हैं। मंडी के सेरी मंच पर भी युवाओं ने हाथों में तिरंगा लेकर प्रदर्शन किया।
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