भारत वही गलती दोहरा रहा है, जो पाकिस्तान ने 1990 के दशक में की थी; पूर्व क्रिकेटर ने BCCI को दी चेतावनी
पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर राशिद लतीफ ने दावा किया है कि भारत वही गलती दोहरा रहा है, जो पाकिस्तान ने 1990 के दशक में की थी। भारतीय क्रिकेट टीम में लगातार कप्तान बदल रहे हैं।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने शनिवार 30 जुलाई को जिम्बाब्वे के खिलाफ 18 अगस्त से शुरू हो रही तीन मैचों की वनडे सीरीज के लिए टीम की घोषणा की। भारतीय टीम मैनेजमेंट ने प्रमुख खिलाड़ियों को फिर से आराम दिया, जिनमें विराट कोहली, रोहित शर्मा ऋषभ पंत, हार्दिक पांड्या और जसप्रीत बुमराह जैसे खिलाड़ी शामिल थे। ये खिलाड़ी वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज नहीं खेले थे। यहां तक कि विराट कोहली और जसप्रीत बुमराह मौजूदा T20I सीरीज का भी हिस्सा नहीं हैं।
भारत को वेस्टइंडीज के खिलाफ 3-0 से सीरीज जीत दिलाने वाले शिखर धवन जिम्बाब्वे दौरे पर 15 सदस्यीय टीम की अगुवाई करेंगे। फैंस पहले से ही बीसीसीआई के सीनियर खिलाड़ियों को सिर्फ एक सीरीज के बाद आराम देने के फैसले पर सवाल उठा रहे हैं, क्योंकि इस साल की शुरुआत से सात खिलाड़ियों भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी कर चुके हैं। इसी को लेकर पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर राशिद लतीफ नाखुश हैं और उन्होंने भारतीय टीम की तुलना 1990 के समय की पाकिस्तान की टीम से कर दी है।
राशिद लतीफ ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, “हर कोई बैकअप की बात करता है, लेकिन उन्होंने अब पिछले एक साल में सात बैकअप कप्तान बनाए हैं! यह भारत के इतिहास में पहली बार देखने को मिल रहा है। विराट कोहली, केएल राहुल, रोहित शर्मा, शिखर धवन, ऋषभ पंत, जसप्रीत बुमराह, वे वही गलती दोहरा रहे हैं जो 1990 के दशक में पाकिस्तान ने की थी।” पाकिस्तानी दिग्गज ने ये भी कहा है कि कप्तानों को लगातार मौका भी नहीं मिल पा रहा है। टीम को एमएस धोनी और सौरव गांगुली जैसे विकल्प तलाशने होंगे।
कैप्टेंसी सागा को लेकर राशिद लतीफ बोले, “उन्हें न तो कोई ठोस सलामी बल्लेबाज मिला है और न ही उनके पास स्थिर मध्यक्रम है। उन्हें बस एक नया कप्तान चाहिए। कोई भी कप्तान उनके लिए लगातार नहीं खेल रहा है। केएल राहुल अब अनफिट हैं; रोहित पहले अनफिट थे। विराट मानसिक रूप से अस्वस्थ हैं। ऐसे में उन्हें इस बारे में सोचना होगा। वे इतने सारे कप्तान बदल रहे हैं। उन्हें सौरव गांगुली, एमएस धोनी, विराट कोहली जैसे नेता की जरूरत है।”
Share this content: