शशि थरूर ने मानवीय सरोकारों पर UNSC में भारत के मतदान से दूर रहने पर सराहना की, कहा- शाबाश
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने शनिवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में एक प्रस्ताव पर मतदान से भारत के अनुपस्थित रहने की सराहना की, जो मानवीय सहायता प्रयासों को प्रतिबंधों से छूट देता है।
‘भारत को सीमा पार देखने की जरूरत नहीं’
थरूर ने भारत की आपत्तियों के साथ पूरी तरह से सहमति व्यक्त की, जिसके कारण भारत ने भाग नहीं लिया। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र में भारत की शीर्ष राजदूत रुचिरा कंबोज ने अपने बयान में जो कहा, उसे साबित करने के लिए किसी को भी सीमा पार देखने की जरूरत नहीं है।
भारत की चिंताएं बढ़ीं
यूएन में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा कि पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूहों लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद सहित आतंकवादी समूहों के ‘इस तरह के मानवीय नक्काशी-बहिष्कारों का पूरा फायदा उठाने और प्रतिबंधों का मजाक बनाने के सिद्ध उदाहरणों से भारत की चिंताएं बढ़ गई हैं।’
पाकिस्तान पर साधा निशाना
कंबोज ने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा, ‘हमारे पड़ोस में आतंकवादी समूहों के कई मामले सामने आए हैं, जिन्होंने प्रतिबंधों से बचने के लिए मानवतावादी संगठनों और नागरिक समाज समूहों के रूप में खुद को पुनर्जन्म लिया। ये आतंकवादी संगठन धन जुटाने और लड़ाकों की भर्ती के लिए मानवीय सहायता स्थान की छतरी का उपयोग करते हैं।’
कंबोज ने आगे कहा, ‘भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 1267 के तहत निषिद्ध समूहों को मानवीय सहायता प्रदान करते समय सावधानी बरतने और उचित परिश्रम का उपयोग करने का आह्वान करेगा, जो अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा आतंकवादी आश्रयों के रूप में सार्वभौमिक रूप से स्वीकार किए गए क्षेत्रों में पूर्ण राजकीय आतिथ्य के साथ फलते-फूलते रहते हैं।’
अमेरिका ने प्रस्ताव का किया स्वागत
यूएनएससी ने सभी मौजूदा और भविष्य के संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंध व्यवस्थाओं से मानवीय सहायता को छूट देने वाले प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। संयुक्त राज्य अमेरिका ने वोट को ‘ऐतिहासिक’ बताया, जो जीवन को बचाएगा और सहायता वितरण को बाधित करने वाले प्रतिबंधों की दीर्घकालिक समस्याओं का समाधान करेगा।
Share this content: