मानसून सत्र शुरू होने के साथ कॉर्बेट पार्क का सोनानदी क्षेत्र बंद, पाखरो में डे-सफारी जारी
कार्बेट टाइगर रिजर्व के अंतर्गत कालागढ़ टाइगर रिजर्व फारेस्ट वन प्रभाग के सोनानदी जोन को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया है। 1 अप्रैल 2022 से 31 मार्च 2023 तक 20860 पर्यटकों ने कोटद्वार क्षेत्र से सीटीआर में प्रवेश किया था।
मानसून सत्र शुरू होने के साथ ही कार्बेट टाइगर रिजर्व (सीटीआर) के अंतर्गत कालागढ़ टाइगर रिजर्व फारेस्ट वन प्रभाग के सोनानदी जोन को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया है। पाखरो जोन में डे-सफारी विधिवत जारी रहेगी। इस वित्तीय वर्ष में कोटद्वार क्षेत्र से अभी तक कार्बेट टाइगर रिजर्व के सोनानदी व पाखरो जोन में 12 हजार से अधिक पर्यटकों ने प्रवेश किया है।
कोटद्वार क्षेत्र से कार्बेट टाइगर रिजर्व में प्रवेश करने वाले पर्यटकों की संख्या में उत्तरोत्तर बढ़ोत्तरी हो रही है, जो कि क्षेत्र में पर्यटन के दृष्टिकोण से बेहद सुखद है। 1 अप्रैल 2022 से 31 मार्च 2023 तक 20860 पर्यटकों ने कोटद्वार क्षेत्र से सीटीआर में प्रवेश किया था। इस वित्तीय वर्ष की बात करें एक अप्रैल से 31 मई के मध्य दोनों जोन में 8628 पर्यटकों ने कोटद्वार क्षेत्र से पार्क में प्रवेश किया है, जिनमें से 68 विदेशी पर्यटक भी शामिल हैं।
बीते 15 दिनों में 2114 पर्यटकों ने सीटीआर में प्रवेश किया
इस क्षेत्र के प्रति पर्यटकों के लगातार बढ़ रहे उत्साह का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि अकेले दुर्गा देवी गेट से बीते 15 दिनों में 2114 पर्यटकों ने सीटीआर में प्रवेश किया, जिनमें 21 विदेशी भी शामिल रहे। बताते चलें कि कोटद्वार क्षेत्र से सीटीआर से सोनानदी व पाखरो जोन में डे-विजिट के साथ ही रात्रि विश्राम की भी सुविधा है। सोनानदी जोन में मुंडियापानी, दुर्गा देवी, वतनवासा, हल्दूपड़ाव व रथुवाढाब क्षेत्र शामिल हैं, जबकि पाखरो जोन में पाखरो व मोरघट्टी क्षेत्र हैं।
पार्क से सोनानदी जोन में वतनवासा व दुर्गा देवी गेट और पाखरो जोन में पाखरो गेट से पर्यटकों के लिए डे-सफारी की भी सुविधा उपलब्ध है। लेकिन, मानसून सत्र के लिए अब सोनानदी जोन को पर्यटकों के लिए पूरी तरह बंद कर दिया गया है। हालांकि, पाखरो जोन में पर्यटकों के लिए डे-सफारी की सुविधा अनवरत जारी रहेगी। सोनानदी जोन मानसून सत्र समाप्त होने के बाद पंद्रह नवंबर से पुन: पर्यटकों के लिए खुल जाएगा।
बाघ के हुए दीदार, हाथियों ने बढ़ाई रौनक
सोनानदी जोन हो अथवा पाखरो जोन, दोनों ही जोन में इस वर्ष पर्यटकों को बाघ के जमकर दीदार हुए। साथ ही हाथियों के झुंड ने भी पर्यटकों को उत्साहित किया। पिछले कुछ महीनों में शायद ही कोई दिन ऐसा हो, जब पर्यटकों को इन दोनों क्षेत्र में बाघ व हाथी नजर न आए हों।
सोनानदी जोन को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया है। पाखरो जोन में डे-सफारी बीते वर्ष की भांति जारी रहेगी। सोनानदी जोन को पंद्रह नवंबर के बाद पर्यटकों के लिए पुन: खोला जाएगा।
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