करोड़ों की नौकरी छोड़ी, अब नए विवादों में… जानिए कौन हैं टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा

अपने तेजतर्रार भाषणओं की वजह से चर्चा में रहने वाली महुआ इन दिनों एक बड़ी मुसीबत में फंसी हुई हैं. आइए जानते हैं कि महुआ का राजनीतिक सफर कैसे शुरू हुआ.

Mahua Moitra: टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा इन दिनों एक विवाद की वजह से सुर्खियों में बनी हुई हैं. महुआ के ऊपर आरोप हैं कि उन्होंने संसद में सवाल पूछने के बदले कैश लिया. ये आरोप बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने लगाया है. उन्होंने बकायदा इस मुद्दे पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को चिट्ठी भी लिखी है. निशिकांत ने महुआ के ‘पूर्व पार्टनर’ जय अनंत देहद्राई की चिट्ठी के आधार पर ये आरोप लगाए और जांच की मांग की.

महुआ मोइत्रा की पहचान एक तेज तर्रार नेता के तौर पर होती है. जो हमेशा की लोकसभा में सरकार को घेरती रहती हैं. सदन में दिए जाने वाले उनके भाषण हमेशा ही वायरल होते रहते हैं. महुआ को एक कुशल वक्ता और बेहतरीन नेता के तौर पर जाना जाता है. हालांकि, बहुत ही कम लोगों को मालूम है कि महुआ राजनीति में आने से पहले एक सफल बैंकर हुआ करती थीं. आइए टीएमसी की लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा के बारे में और जानते हैं.

अमेरिका से की पढ़ाई

टीएमसी के टिकट से महुआ मोइत्रा ने 2019 लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल की कृष्णानगर सीट से जीत हासिल की. महुआ का जन्म असम के कछार जिले में साल 1974 में हुआ.  महुआ ने अपनी पढ़ाई राजधानी कोलकाता से की है. शुरुआती शिक्षा हासिल करने के बाद महुआ को उनके परिवार ने आगे की पढ़ाई के लिए अमेरिका भेज दिया. टीएमसी सांसद ने मैसाचुसेट्स में माउंट होलोके कॉलेज साउथ हैडली से 1998 में अर्थशास्त्र और मैथ्स में ग्रेजुएशन किया.

लंदन और न्यूयॉर्क में किया काम

महुआ ने अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद प्रतिष्ठित बैंकिंग कंपनी जेपी मॉर्गन चेज में काम किया. उन्होंने न्यूयॉर्क और लंदन दोनों ही जगह काम किया. वह एक अच्छे पद तक पहुंच भी गई थीं. यहां पर वह करोड़ों रुपये की सैलरी पर काम कर रही थीं. जेपी मॉर्गन में काम करने वाले इंवेस्टमेंट बैंकर की औसत सैलरी 1.21 लाख डॉलर से ज्यादा है, जो भारतीय रुपये में एक करोड़ रुपये से ज्यादा है. अनुभव के साथ सैलरी करोड़ों में पहुंच जाती है.

कैसे शुरू हुआ राजनीतिक सफर?

महुआ को लंदन और न्यूयॉर्क में काम करके मजा नहीं आ रहा था. वह अब राजनीति का हिस्सा बनकर लोगों की सेवा करनी चाहती थीं. इसलिए उन्होंने भारत लौटने का फैसला किया. 2009 में वह कांग्रेस में शामिल हो गईं. हालांकि, एक साल के भीतर ही कांग्रेस से उनका मोहभंग हुआ और उन्होंने 2010 में टीएमसी में जाने का फैसला किया. टीएमसी में आकर ही उनका राजनीतिक करियर का ग्राफ तेजी से ऊपर की ओर चढ़ता चला गया.

टीएमसी ने 2016 में नाडिया जिले के करीमपुर विधानसभा सीट से उन्हें टिकट दिया और महुआ यहां से सुनकर विधानसभा पहुंचीं. टीएमसी ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और फिर तीन साल बाद हुए 2019 लोकसभा चुनाव के लिए उन्हें पश्चिम बंगाल की कृष्णानगर सीट से टिकट दिया. महुआ ने भी पार्टी को निराश नहीं किया और यहां से जीत हासिल की. इस तरह वह पहली बार लोकसभा में पहुंचीं.

पति को दिया तलाक

महुआ मोइत्रा ने डेनमार्क के रहने वाले एक फाइनेंसर लॉर्स ब्रॉर्सन से शादी की. लेकिन ये शादी ज्यादा दिनों तक टिक नहीं पाई और फिर दोनों ने एक-दूसरे को तलाक दे दिया. महुआ के एक और पूर्व पार्टनर का नाम दिनों चर्चा में है. इस शख्स का नाम जय अनंत देहद्राई है, जो सुप्रीम कोर्ट में वकील हैं. महुआ ने इनके ऊपर मानहानि का केस भी किया हुआ है. फिलहाल महुआ दिल्ली में अकेले ही रहती हैं.

Share this content:

Previous post

कल से नमो भारत में आमजन कर सकेंगे सफर, आने वाले वक्त में और कितने आरआरटीएस कॉरिडोर बढ़ाएंगे रफ्तार?

Next post

Rajasthan Election 2023: बीजेपी ने राजस्थान के लिए बनाया प्लान, जेपी नड्डा के घर हुई कोर कमेटी की हुई बैठक, जल्द हो सकते हैं बड़े ऐलान

देश/दुनिया की खबरें