मीराबाई चानू की अगुआई में भारोत्तोलकों से उम्मीदें, ऑस्ट्रेलिया से मिल सकती है टक्कर

2018 में हुए गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय भारोत्तोलकों ने पांच स्वर्ण सहित कुल नौ पदक जीते थे। बर्मिंघम में भी भारतीय खिलाड़ियों से काफी उम्मीद है।

बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में भारत को भारोत्तोलकों (वेटलिफ्टर्स) से बड़ी आस है। इन खेलों में भारोत्तोलन (वेटलिफ्टिंग) के परंपरागत पॉवरहाउस चीन और उत्तर कोरिया की अनुपस्थिति का भारतीय भारोत्तोलक बखूबी फायदा उठाते हैं। ओलंपिक की रजत विजेता मीराबाई चानू की अगुआई में सभी 15 वेटलिफ्टर पदक जीतने की काबिलियत रखते हैं।

अब तक 43 स्वर्ण सहित 125 पदक जीत चुका है भारत
राष्ट्रमंडल खेलों में भारोत्तोलन को 1950 में शामिल किया गया था। इस खेल में भारत ने शुरू से ही अच्छा प्रदर्शन किया है। भारत ने अब तक 43 स्वर्ण सहित कुल 125 पदक जीते हैं। ऑस्ट्रेलिया (59 स्वर्ण सहित 159 पदक) के बाद तालिका में भारत दूसरे नंबर पर है। भारत ने 1990, 2002 और 2018 के राष्ट्रमंडल खेलों में अब तक सबसे अच्छा प्रदर्शन किया है। इन खेलों में भारत ने भारोत्तोलन में सभी देशों से ज्यादा पदक जीते थे।
2018 में पांच स्वर्ण समेत नौ पदक जीते
गोल्ड कोस्ट 2018 खेलों में भारतीय भारोत्तोलकों ने पांच स्वर्ण सहित कुल नौ पदक जीते थे। बर्मिंघम में भी भारतीय खिलाड़ियों से काफी उम्मीद है। मुख्य कोच विजय शर्मा ने बताया, टोक्यो ओंलपिक की पदज विजेता मीराबाई चानू 49 भारवर्ग में चुनौती पेश करेंगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि महिला भारोत्तोलक ज्यादा पदक दिला सकती हैं। उन्होंने कहा, भारत इन खेलों में चार से पांच स्वर्ण जीत सकता है। मीराबाई ने कहा था, राष्ट्रमंडल खेल उनके लिए आसान होंगे।

Share this content:

देश/दुनिया की खबरें