हाथरस में हुए दर्दनाक हादसे में मौतों की संख्या 121 तक बढ़ी, गोदमैन के खिलाफ मामले में तलाश जारी

यूपी में हाथरस में हुई स्टैम्पीड: स्वयं घोषित गोदमैन भोले बाबा अल्लियास नारायण साकार हरि द्वारा आयोजित ‘सत्संग’ के दौरान स्टैम्पीड हुआ।

Screenshot-2024-07-03-112919 हाथरस में हुए दर्दनाक हादसे में मौतों की संख्या 121 तक बढ़ी, गोदमैन के खिलाफ मामले में तलाश जारी

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के हाथरस में मंगलवार को स्वयं घोषित गोदमैन भोले बाबा अल्लियास नारायण साकार हरि द्वारा आयोजित ‘सत्संग’ के दौरान एक स्टैम्पीड भीड़ के बाहर हो गया, जिसमें महिलाएं और बच्चे समेत 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई।

(हाथरस स्टैम्पीड हेल्पलाइन नंबर: 05722-227041 और 05722-227042)

माना जाता है कि वे अपने ‘आश्रम’ में मैनपुरी में हैं, जो कि फूलराई गांव से लगभग 100 किलोमीटर दूर है, जहां उन्होंने लाखों भक्तों के द्वारा भाग्यशाली समारोह का आयोजन किया था।Screenshot-2024-07-03-113121 हाथरस में हुए दर्दनाक हादसे में मौतों की संख्या 121 तक बढ़ी, गोदमैन के खिलाफ मामले में तलाश जारी

हाथरस स्टैम्पीड स्थल पर कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी पहुंच चुके हैं, जबकि अन्य उनके आश्रम, राम कुटीर चैरिटेबल ट्रस्ट में हैं। घटना की जांच के लिए एक समिति गठित की गई है।

Screenshot-2024-07-03-112848 हाथरस में हुए दर्दनाक हादसे में मौतों की संख्या 121 तक बढ़ी, गोदमैन के खिलाफ मामले में तलाश जारीScreenshot-2024-07-03-112927 हाथरस में हुए दर्दनाक हादसे में मौतों की संख्या 121 तक बढ़ी, गोदमैन के खिलाफ मामले में तलाश जारी

Screenshot-2024-07-03-112955 हाथरस में हुए दर्दनाक हादसे में मौतों की संख्या 121 तक बढ़ी, गोदमैन के खिलाफ मामले में तलाश जारीScreenshot-2024-07-03-112910 हाथरस में हुए दर्दनाक हादसे में मौतों की संख्या 121 तक बढ़ी, गोदमैन के खिलाफ मामले में तलाश जारीहाथरस भगदड़ पर ताजा अपडेट निम्नलिखित हैं:

हाथरस भगदड़ घटना के बाद योगी आदित्यनाथ हाथरस पहुँच गए हैं। वह घटना स्थल का दौरा करेंगे और पीड़ित परिवारों से मुलाकात करेंगे। श्री आदित्यनाथ दोपहर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करेंगे।

 

हाथरस भगदड़ अपडेट: उच्च-स्तरीय जांच की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका
सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है जिसमें हाथरस भगदड़ घटना की जांच के लिए एक पांच सदस्यीय विशेषज्ञ समिति नियुक्त करने का निर्देश देने की मांग की गई है। इस समिति की निगरानी एक सेवानिवृत्त सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश करेंगे।

याचिका में यह भी मांग की गई है कि समिति को ऐसे सार्वजनिक आयोजनों में इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए दिशानिर्देश और सुरक्षा उपाय सुझाने और तैयार करने के निर्देश दिए जाएं।

 

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